आंगनवाडी यूनियन का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न  मानदेय में कटौती के खिलाफ 11 नवंबर को होगा प्रदेश व्यापी आंदोलन 
आंगनवाडी यूनियन का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न 

मानदेय में कटौती के खिलाफ 11 नवंबर को होगा प्रदेश व्यापी आंदोलन

 

बैतूल की आवाज... आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्य प्रदेश का दो दिवसीय राज्य सम्मेलन का रविवार को समापन हुआ। इस दौरान पारित विशेष प्रस्ताव के माध्यम से सम्मेलन में प्रदेश सरकार द्वारा मानदेय में की गई कटौती की तीव्र निंदा करते हुए यूनियन की ओर से 11 नवंबर को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया। सम्मेलन के दूसरे दिन 20 अक्टूबर को राधा कृष्ण मंदिर के सामुदायिक भवन में प्रतिनिधि सत्र प्रारंभ हुआ। 30 जिलों से आए 192 प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में भागीदारी की महासचिव द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर 28 प्रतिनिधियों ने चर्चा में हिस्सा लिया और महासचिव एवं कोषाध्यक्ष की रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया। सम्मेलन में आईसीडीएस के निजीकरण के खिलाफ न्यूनतम वेतन की अधिसूचना तत्काSल जारी करने, मेहनतकश वर्ग के खिलाफ श्रम कानूनों में किए जा रहे मजदूर कर्मचारी विरोधी संगठनों के खिलाफ, सार्वजनिक उद्योगों के निजीकरण के खिलाफ, केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।

55 सदस्य कार्यकारिणी निर्वाचित

सम्मेलन में सर्वसम्मति से कामरेड विद्या खंगारे को अध्यक्ष, आशा सिंह कार्यवाहक अध्यक्ष, किशोरी वर्मा महासचिव, कमलेश वर्मा एवं शशि प्रभा यादव को सहायक महासचिव, हाजरा काजमी कोषाध्यक्ष, 7 उपाध्यक्ष, 7 सचिव वहीं 20 पदाधिकारियों सहित 55 सदस्य कार्यकारिणी का गठन किया गया। बैतूल की जिला अध्यक्ष कामरेड सुनीता राजपाल को उपाध्यक्ष एवं राज्य कार्यकारिणी में पुष्पा वाईकर एवं संगीता कनाठे निर्वाचित हुई। सम्मेलन में 17 से 20 नवंबर तक हैदराबाद में होने वाले भारतीय आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय सम्मेलन हेतु 16 सदस्य प्रतिनिधि मंडल के निर्वाचन के साथ 14, 15, 16 दिसंबर 2019 को कोतमा में होने वाले मध्यप्रदेश सीटों का 13वा राज्य सम्मेलन के लिए 55 सदस्य प्रतिनिधि मंडल का भी निर्वाचन किया। सीटू प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी, सीटू राज्य सहायक महासचिव एवं आशा यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष एटी पद्मनाभन ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुभकामनाएं दी।

जन सहयोग के नाम पर जनता से वसूली बंद करो

सम्मेलन का समापन करते हुए आंगनवाड़ी फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड सिंधु ने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मियों का प्रमुख काम पोषण आहार का वितरण एवं स्कूल पूर्व शिक्षा प्रदान करते हुए बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के लिए तैयार करना है। लेकिन विभागीय आदेश एवं सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बावजूद सरकार आंगनवाड़ी कर्मियों को बीएलओ एवं अन्य कार्यभार लगाया जा रहा है। सम्मेलन में आंगनवाड़ी कर्मियों को विभागीय कार्य से अतिरिक्त कार्य पर लगाने का विरोध करने, महिला एवं बाल विकास विभाग की बजट में कटौती कर जन सहयोग के नाम पर जनता से वसूली को रोकने की भी मांग का निर्णय लिया गया। कामरेड सिंधु ने आंगनवाड़ी यूनियन की गतिविधियों एवं आंदोलन में व्यापक भागीदारी का उल्लेख करते हुए संगठन को और मजबूत करने के साथ अपने अधिकारों को हासिल करने के संघर्षों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने न्यूनतम वेतन के संबंध में न्यूनतम वेतन सलाहकार परिषद के निर्णय एवं न्यूनतम वेतन को निर्धारण के बावजूद सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन का अधिकार जारी न करने का विरोध किया। सम्मेलन के अंत में आयोजक यूनियन की बैतूल जिला इकाई के साथियों का अभिनंदन किया गया।