कम्प्यूटर ऑपरेटर की 11वे दिन भी जारी रही हड़ताल 
बैतूल। कम्प्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्तियों को अनियमित ठहराए जाने के विरोध में कम्प्यूटर ऑपरेटर महासंघ की हड़ताल 11वे दिन भी जारी रही। संघ के जिलाध्यक्ष योगेश तिल्लासि ने बताया कि शुक्रवार को संघ ने अपर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और पूर्व कांग्रेस विधायक को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से आपॅरेटरों ने बताया कि अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी आदेश के कारण जनपदों में कई वर्षो से कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर बेरोजगारी के मुहाने पर खड़े है। जिला जनपदों में विगत 15 वर्षों से कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्तियों को अनियमित ठहराते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि जिला जनपद कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटरों का कोई भी स्वीकृत पद नहीं है। इस प्रकार ऑपरेटरों की नियुक्ति नियमित नहीं कही जा सकती। विगत 15 से 10 वर्षों से कार्यरत ऑपरेटर नियमितीकरण की श्रेणी में आते है। तत्कालीन अपर मुख्य सचिव श्री जुलानिया ने आदेश क्रमांक 7209 12 अक्टूबर 2017 में जिला जनपद के कंप्यूटर ऑपरेटरों को दैनिक वेतन भोगी की श्रेणी दी थी और राज्य स्तर से अनुमति के लिए आदेशित किया था। ऑपरेटरों की जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में भेजी गई थी, इसके बाद तत्कालीन अपर मुख्य सचिव के 8 जून 2018 आदेश क्रमांक 8254 के माध्यम से जिला जनपद कार्यालयों में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों के नियमितीकरण के लिए समिति गठित की गई थी और शासन को भेजे गए प्रस्तावों पर निर्णय लेने एवं आदर्श सेटअप लागू किया जाना था। लेकिन इस आदेश के बाद भी कंप्यूटर ऑपरेटरों को नियमित नहीं करते हुए निकालने की प्रक्रिया की जा रही है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री ने 3 अक्टूबर 2019 पत्र क्र मांक 762 के माध्यम से इसे निरस्त करने निर्देश दिया था लेकिन आज दिनांक तक कार्यवाही नहीं हुई है, इसी के विरोध में जिला जनपद के कंप्यूटर ऑपरेटर 7 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ऑपरेटरों ने मांग की है कि आदेश को संशोधित करते हुए आदर्श सेटअप लागू करें और हमें नियमितीकरण की श्रेणी में लाया जाए। आदेश के विरोध में कम्प्यूटर ऑपरेटर 7 अक्टूबर से लगातार हड़ताल पर है जिससे शासन के कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस दौरान अधिकारियों ने किसी भी ऑपरेटर को नहीं निकाले जाने का आश्वासन दिया।