सफलता की कहानी
'परिजन हंसती खिलखिलाती अवनी के साथ बुन रहे भविष्य के सपने ,
ग्राम बडगी बुजुर्ग की कु. अवनी पिता राकेश यादव का कटे होठ का हुआ सफल ऑपरेशन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के अतंर्गत मिला लाभ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 जी0सी0 चौरसिया ने बताया कि कु. अवनी यादव पिता श्री राकेश यादव निवासी बडगी बुजुर्ग का जन्म दिनांक 17 फरवरी 2019 को जिला चिकित्सालय बैतूल में हुआ । जन्म के समय ही अवनी कटे होठ एवं फटे तालू से ग्रसित थी । अवनी श्री राकेश यादव एवं श्रीमती यमुना यादव की पहली संतान है, अवनी के चेहरे की ऐसी स्थिति देखकर माता पिता बेहद दुखी हो गये। अवनी के दादा श्री लब्बू यादव एवं दादी श्रीमती निर्मला यादव इसे किसी पूर्व जन्म का पाप समझकर विलाप करने लगे । जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों एवं स्टॉफ नर्स द्वारा यादव दम्पत्ती को अवनी के निःशुल्क उपचार के बारे में जानकारी प्रदाय करते हुये बताया गया कि यह बीमारी बर्थ डिफेक्ट के नाम से जानी जाती है और इसका उपचार संभव है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम दल सेहरा टीम-ए के चिकित्सक डॉ0 गोविंद साहू , डॉ वंदना शाक्य एवं फार्मासिस्ट श्री दयानंद गढेकर द्वारा माह मार्च 2019 में अवनी के घर जाकर अवनी के माता पिता से संपर्क कर निःशुल्क ऑपरेशन के बारे में आगामी तैयारी की जानकारी दी गई। अवनी की तीन माह की उम्र में शल्य क्रिया सम्पन्न हो सकती थी किंतु अवनी द्वारा कटा होठ एवं फटा तालू होने से नाक से आहार निकल जाने से पूर्ण आहार ग्रहण नहीं किया जा रहा था जिसके कारण उसका वजन कम था। कम वजन से शल्य क्रिया में परेशानी थी इसलिये अवनी के वजन में वृद्धि हेतु आर0बी0एस0के0 टीम द्वारा स्तनपान संबंधी उचित परामर्श प्रदान किया गया। 20 अगस्त 2019 को 6 माह की उम्र में वजन के मानक में संतुष्ट होने पर चिकित्सकों द्वारा पाढर चिकित्सालय पाढर में अवनी का कटे होठ का निःशुल्क ऑपरेशन सम्पन्न किया गया। 9 माह की उम्र के बाद फटे तालू का ऑपरेशन किया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान में अवनी स्वस्थ है । उन्हें विश्वास है कि जैसे कटे होठ का निःशुल्क ऑपरेशन शासन की आर0बी0एस0के0 योजना के अंतर्गत किया जाकर अवनी की मुस्कराहट वापस आई है वैसे ही फटे तालू के ऑपरेशन के बाद अवनी को खाने, पीने एवं बोलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पडेगा। अवनी के परिजन हंसती खिलखिलाती अवनी के साथ भविष्य के सपने बुन रहे हैं।
सफलता की कहानी ’परिजन हंसती खिलखिलाती अवनी के साथ बुन रहे भविष्य के सपने ,