कढ़ाई में कचरा डंप होने पर जल स्त्रोतों पर पड़ेगा दुष्प्रभाव
ग्रामीणों ने ट्रेचिंग ग्राउंड के विरोध में सांसद को सौपा ज्ञापन
बैतूल की आवाज
बैतूल। ग्राम कढ़ाई में ट्रेंचिंग ग्राउंड का विरोध शुरू हो चुका है। ग्रामीण विरोध में उतर आए हैं। ग्रामीणों ने कचरा डंप होने पर चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी दे दी है। अब नगर पालिका के लिए यह मुसीबत का सबब बन गया है। शनिवार ग्रामीणों ने सांसद को ज्ञापन सौंपकर इस समस्या का निराकरण करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कढ़ाई में जल संग्रहण के छोटे-छोटे 8-10 डेम है। इन्हीं डेमों से गाँव का भू-जल का लेवल मेन्टेन होता है। इन्हीं डेमों के कारण मप्र में जल संकट के बावजूद ग्राम कढ़ाई में जल संकट की कोई शिकायत सामने नहीं आई। इन्हीं डेमों के कारण किसानों के कुंओं, हैण्डपम्पों व नलकूपों में पानी के स्त्रोत बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है ग्राम सभा अपत्ति के बावजूद शासन ट्रेचिंग ग्राउड बनाने पर जोर दे रहा है। जबकि ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाए जाने पर ग्राम सभा मे स्वास्थ्य संबंधी सहित अन्य आपत्ति दर्ज की गई है। ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायत के प्रस्ताव को अनदेखा कर उक्त स्थान पर ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति निर्मित हो रही है। यदि वहां ट्रेचिंग ग्राउण्ड बना तो ग्राम में बीमारी फैलने की संभावना है। ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाने के लिये शासन ने जहां जगह चिन्हित कि है वह गाँव का ऊपरी हिस्सा है। गांव में कचरा डंप होगा तो उसका दुष्प्रभाव डेमों पर होगा। इन्हीं डेमों के पानी से गांव के निवासियों के स्वास्थ्य पर असर होगा।
आदर्श ग्राम में हुआ है ग्राम कढ़ाई का चयन
ग्रामवासियों ने बताया पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस इस्पात मंत्री भारत सरकार के द्वारा आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत ग्राम कढ़ाई का चयन किया गया है। अखबार के माध्यम से उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि ग्राम कढाई को आदर्श ग्राम बनाने कि तैयारी हो रही है। ग्रामीणों ने सांसद से गुहार लगाई है कि ग्राम कढ़ाई में ट्रेचिंग ग्राउण्ड नहीं बनाने के लिए शासन के समक्ष बात रखें और गांव को स्वच्छ तथा आदर्श ग्राम बनाया जाए। यदि ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाया तो त्रिस्तरीय चुनाव का बहिष्कार करेंगे और कभी भविष्य में चुनाव में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने आदर्श ग्राम योजना एवं जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रेचिंग ग्राउण्ड स्थल अन्यत्र स्थान पर बनाये की मांग की है ताकि जन आक्रोश से बचा जा सके। ज्ञापन सौंपने वालों में लोकेश परते, सोहन वाडि़वा, अशोक, अमन, जंगली, श्रवण यादव, रवि धुर्वे, कृष्णा जावलकर, धनराज वरकड़े, इश्राईल, सुकचन्द, अशोक, कमल, दिनेश, विनायक, पुरन, संदीप, मोहन वाडि़वा, गोकुल, बारिक, चैतू, रामपाल धुर्वे, सदाबू, संतोष, पवन, अमन आदि ग्रामीण शामिल थे।