*कलेक्टर ने कार्यवाही के दिये निर्देश लेकिन अधिकारी ने वाहन पकड़कर छोड़ दिया
_SDM और तहसीलदार के कार्य पर संदेह ?_
*बैतूल कलेक्टर के निर्देश पर चोपना थाना क्षेत्र में मुहँदिखाई की कार्यवाही, 5 गाड़ी पकड़ी 2 को छोड़ी - कारण अज्ञात ?*
भोपाल । घोडाडोंगरी तहसील क्षेत्र से लगातार रेत उत्खनन कि खबरों को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर तेजस्वी एस नायक जहाँ स्वयं मैदान में उतारकर दिन रात एक कर रेत माफियाओ पर कार्यवाही करने की कोशिश कर रहे है । ताकि क्षेत्र से उत्खनन पूरी तरह बंद हो सके जो कुछ हद तक सफल भी हो रहा है परंतु कलेक्टर के डर से जहा रेत माफियाओ कि नींद उडी हुई है वही अन्य काले कारनामों को अंजाम देने वालो का भी बुरा हाल है । वही बीती रात भी अधिकारियो ने ताबड़तोड़ कार्यवाही की जिसमें पांच वाहन पकडे परंतु तीन पर कार्यवाही और दो डम्फर पर दया भाव दिखाते हुए छोड़े दिए गए । आखरी क्या कारण था कि दो डम्फर पर निगरानी पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों को रखने सुबह 11 बजे उन्हें वह से बुला लिया जाता है तभी 1 बजे के आसपास डम्फर बिना किसी कार्यवाही के छूट जाते है । ऐसा क्या कारण था ? शाहपुर एसडीएम और घोड़ाडोंगरी तहसीलदार ने उन 2 डम्फर को बिना किसी सूचना के किसके कहने पर छोड़ दिये या निगरानी में लगे कर्मचारियों को डम्फर छोड़ कर वापस बुलाया ताकि रेत माफिया वो डम्फर लेकर फरार हो जाये । यदि इसी प्रकार की कार्यवाही जिलें में चलते रही तो साँप भी नही मरेगा और लाठी भी नही टूटेगी । इसे कहते है आम के आम और गुठलियों के दाम , क्या बैतूल कलेक्टर तेजस्वी एस नायक के निर्देश पर शनिवार रात एक बजे ग्राम डूलारा में एस डी एम शाहपुर कुमार शानू देवडीया तहसीलदार घोडाडोंगरी अदिति यादव नायव तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा राजस्व अमले व थाना चोपना पुलिस के द्वारा की गई कार्यवाही महज दिखावा थी ? जो डम्फर पकड़ के छोड़ दिया गया ऐसे किस बाहुबली नेता का कॉल आया कि अधिकारी ही अंधकार में समा गए ? जब डम्फर पकड़ के छोड़ना ही है तो क्यों कार्यवाही के नाम पर मुँह दिखाई की जा रही है अधिकारियों द्वारा । जानकारी दी गयी कि तीन वाहन चोपना थाना को आगे कि कार्यवाही के लिए सुपुर्द किये गए सुचना ये भी है और ग्राम डूलारा के समीप ही अधिकारियो को आते देख रेत माफियाओ कि निर्देश पर डम्फर चालको द्वारा दो डम्फर से एक कि बेटरी तथा दुसरे डम्फर के टायरो कि हवा निकाल वहा से नो दो ग्यारह होने में कामयाब रहे सुबह तक़रीबन ग्याहर बजे तक डंपर की निगरानी में RI और पटवारी को रखा गया कि था परन्तु क्या कारण हो गए कि उक्त दोनों डम्फर सुबह किसी थाने ना जाकर अन्य किसी गंतव्य को बिना किसी कार्यवाही के रवाना हो गए? क्या कारण था कि उक्त दोनों डम्फर को थाने नही लाया जा सका और किसके आदेश पर दोनों डम्फर को छोड़ा गया अभी तक ये सवाल का जबाब गुम है ।
शाम तक मैडम से इस विषय की जानकारी प्राप्ति के लिए कॉल किया गया परन्तु मडैम जी ने कॉल नही उठाया ।
तहसीलदार घोडाडोंगरी अदिति यादव
एस डी एम साहब के साथ हम डूलारा क्षेत्र में डम्फर कि निगरानी के लिए रात भर रहे और एस डी एम साहब और तहसीलदार के कहने पर सुबह दस बजे चले गए|
माधव राव गायकवाड़
आर आई राजस्व घोडाडोंगरी