प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है बैतूल, बस जरूरत है सवारने की: वर्मा

प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है बैतूल, बस जरूरत है सवारने की: वर्मा

बैतूल। रोंढ़ा का 100 साल पुराना शिव मंदिर एवं शिव धाम बारहलिंग में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए मंगलवार पर्यटन विभाग से जिले के दौरे पर आए सहायक यंत्री सीपी वर्मा ने इन दोनों जगह पर पहुंचकर कुछ स्थानों को चिन्हित किया। इसके अलावा उन्होंने रोंढा में स्थित प्रसिद्ध खेड़ापति माता मंदिर के पास स्थित चंपा के पेड़ की भी जानकारी एकत्रित की। श्री वर्मा ने कहा कि क्षेत्र में पर्यटक स्थलों की कमी नहीं है। जिले में दर्जनों ऐसे पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें यदि संवारा जाए तो यहां पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ाई जा सकती है। पर्यटकों के आने से क्षेत्र में बाहरी पैसा आएगा जो यहां के दुकानदारों, व्यवसाईयों की आय बढ़ाएगा। रोंढ़ा का 100 साल पुराना शिव मंदिर एवं शिव धाम बारहलिंग कुकरू, पारस डोह जैसे स्पॉट पर सुरक्षा, सड़क, दुकानें, पार्क और अन्य व्यवस्थाएं की जा सकती हैं। उल्लेखनीय है कि ताप्ती विकास प्राधिकरण बनाने को लेकर माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मप्र के अध्यक्ष रामकिशोर पंवार पिछले दो साल से लगातार प्रयास कर रहे है। अखंड भारत के केन्द्र बिंदू बरसाली को धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन के मानचित्र में शामिल करने के लिए उन्होंने  पूर्व में सीएम कमलनाथ को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने  आमला रेलवे स्टेशन, बरसाली रेलवे स्टेशन, मलकापुर रेलवे स्टेशन, घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन, बैतूल रेलवे स्टेशन और ढोढरामोहार रेलवे स्टेशन को भी एतिहासिक महत्व के आधार पर शामिल करने की मांग की थी। सीएम से मिले निर्देश के आधार पर मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन निगम के कार्यपालन यंत्री ने 29 अक्टूबर 2019 को रामकिशोर पंवार को पत्र लिखकर बताया था कि सीएम को लिखे गए उनके पत्र पर कार्रवाई प्रस्तावित हो गई है और इस संबंध में जल्द ही कार्रवाई होगी। श्री पवार के इस प्रयास के बाद मंगलवार पर्यटन विभाग से बैतूल पहुंचे श्री वर्मा ने पर्यटन संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।