गांधी प्रकाशपुंज उनके लिए और प्रासंगिक हैं जो प्रकाशपुंज पर पत्थर चलाते हैं- श्री राजगोपाल पी व्ही
बच्चों के हाथ में प्लास्टिक का बंदूक देकर ही बच्चों में हिंसा की मानसिकता बढ़ाने लगते हैं -श्री राजगोपाल पी व्ही
हिंसा को बेचने वाले पूरी दुनिया को बाजार बनाना चाहते हैं, जिससे हम हिंसा खरीद सकें
बैतूल, 25 दिसंबर 2019
हिंसा को बेचने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां हिंसा का बाजार बना रहे हैं। लोगों में हिंसा के स्वरूप को अलग अलग माध्यम से बढ़ाने के लिए बहुतेरे प्रचार-प्रसार लगे हैं। आज समाज में प्रदर्शित होने वाले सिनेमा हिंसा को बेचने में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। छोटे छोटे बच्चों में हिंसा को बंदूक जैसे खिलौने देकर बढ़ावा देने में लगे हैं। हमें इन सारी चीजों को ध्यान से और बारीकी से समझना होगा।
देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए भी लोग हिंसा का समर्थन करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। सारे संसार के लिए गांधी एक प्रकाश घर है और कुछ लोग जो अंधेरा पसंद करते हैं हमेशा से कोशिश करते आये हैं। प्रकाश घर पर पत्थर चला कर अंधेरा फैलाने के लिए लाखों प्रयास किये गए हैं लेकिन गांधी अनंत प्रकाश का स्रोत है जो अंधेरा पसंद लोगों के लिए और भी प्रासंगिक हो जाते हैं। जय जगत यात्रा के 85वे दिन बैतूल में 'आज के दौर में बा बापू की प्रासंगिकता' पर चर्चा में युवाओं को जय जगत यात्रा के नेतृत्वकर्ता राजगोपाल पी व्ही ने संबोधित किया।
02 अक्टूबर 2019 से शुरू जय जगत 2020 वैश्विक पदयात्रा के 84 दिन पूरे होकर यात्रा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तरप्रदेश के ललितपुर, मध्यप्रदेश के मुरैना, सबलगढ़, ईशागढ़, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, भोपाल, होशंगाबाद, हरदा होते हुए बैतूल जिले में प्रवेश कर चुकी है। पूरी दुनिया में गरीबी उन्मूलन, जलवायु संकट, असमानता खत्म करने और युद्ध रहित दुनिया के संदेश के साथ विश्व के 16 देशों से 50 पदयात्री पूरे 365 दिन तक 10 देशों ईरान, अर्मेनिया, जॉर्जिया, बुल्गारिया, क्रोएशिया, इटली आदि से होते हुए अगले वर्ष अक्टूबर 2020 में स्विट्जरलैंड, जिनेवा पहुंचेंगे।
यात्रा में शामिल 50 पदयात्री 15 अलग-अलग देशों से और भारत के अलग अलग प्रान्तों से हैं। जिनमें पश्चिम बंगाल से देबाशीष, छत्तीसगढ़ से मुरली, मध्यप्रदेश से खुशबू चौरसिया, उत्तरप्रदेश से आशिमा, राजस्थान से जय सिंह जादौन, गुजरात से पार्थ, केरल से अजित, बिहार से सन्नी कुमार, तमिलनाडु से श्रुति आदि शामिल है।
प्रतिध्वनि के द्वारा 'आज के दौर में बा बापू की प्रासंगिकता' चर्चा में बैतूल के राष्ट्रीय युवा परियोजना के युवा, पूर्व विधायक श्री विनोद डागा, जिला योजना समिति के सदस्य श्री सुनील शर्मा, समाजसेवी श्री सतीश खण्डेलवाल, श्री हेमंतचंद दुबे मौजूद रहे।