इवीएम, सीएए और एनआरसी के विरोध में आज भारत बंद

आर डी पाटिल 


इवीएम, सीएए और एनआरसी के विरोध में आज भारत बंद


बैतूल की आवाज ꫰बैतूल । संविधान इवीएम, सीएए, एनआरसी के विरोध में राष्ट्रव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के अंतिम चरण में आज बुधवार को बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक वामन मेश्राम व ऑल इंडिया मूस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता हजरत सज्जाद खलील उर रहमान नोमानी साहब ने संयूक्त रूप से भारत बंद का आव्हान किया है। इसी के तहत आज जिला मुख्यालय पर सुबह 9 बजे से रैली निकाली जाएगी। इसके बाद अंबेडकर चौक पर दोपहर 12 बजे से विशाल जनसभा और महारैली की जाएगी। 
जिला संयोजक बहूजन क्रांति मोर्चा कमलेश पंडोले ने बताया कि असम में एनआरसी लागू की गई है, जिसमें 19 लाख लोग राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर से बाहर किए गए, जिसमें 5 लाख मूल निवासी मूस्लिम तथा 14 लाख अनुसूचित जाति, जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग के लोग है। यह कानून मानव विरोधी देश तोडऩे का कानून साबित हो रहा है। यह सब लोकतंत्र की हत्यारन इवीएम इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के कारण संभव हुआ है। बहूजन क्रांति मोर्चा भी इस कानून का लाखों संगठनाओं के माध्यम से पूरजोर विरोध करता है। पूर्व में 20 दिसंबर एवं 8 जनवरी को प्रथम, द्वितीय चरण में देश के 550 जिलों में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन एवं रैली सफलतापूर्वक की गई। अत: बहूजन क्रांति मोर्चा डीएनए के आधार पर एनआरसी लागू करने का पूरजोर समर्थन करता है। जिला मुख्यालय पर आयोजित आमसभा और महारैली को बहूजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक कमलेश पंडोले, सहसंयोजक भीमसेना समस्त भारत पंकज अतुलकर, संभाग प्रभारी महिला प्रकोष्ठ पुष्पा मर्सकोले, संभाग प्रभारी बीएल मासोदकर, राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद जिलाध्यक्ष दुर्गा सिंह मर्सकोले, बहूजन मुक्ति पार्टी जिलाध्यक्ष सुखराम निरापूरे, भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष रूपेश जावलकर, राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ जिलाध्यक्ष रेवाराम सलामे, भरतीय विद्यार्थी छात्रा प्रकोष्ठ जिला संयोजक कौतिका धुर्वे, राष्ट्रीय अत्याचार निवारण शक्ति जिलाध्यक्ष अमृतलाल चौकीकर, राष्ट्रीय मूल निवासी महिला जिलाध्यक्ष मिथिलेष नंदिनी जावलकर सहित बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क, भारतीय विद्यार्थी युवा बेरोजगार मोर्चा, राष्ट्रीय मूल निवासी पेंटर संघ राष्ट्रीय ऑटो चालक मालक संघ राष्ट्रीय पेंशनर संघ, इंडियन लॉयर एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन, इंडियन इंजीनियरिंग प्रोफेशनल एसोसिएशन सहित अन्य संगठनों ने समर्थन व सहभाग देने का आश्वासन दिया है। 
विशेष- प्रदर्शन के दौरान कोई भी हिंसा प्रदर्शन करेंगा उसे पुलिस के हवाले किया जाएगा। इस दौरान कैमरे से महारैली एवं आमसभा की निगरानी की जाएगी।