केन्द्र बंद हड़ताल के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर जताया विरोध

न्यूनतम  वेतन 21 हजार देने की मांग, धरने पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
केन्द्र बंद हड़ताल के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर जताया विरोध
बैतूल की आवाज
बैतूल। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्य प्रदेश सीटू के प्रांतीय आव्हान पर गुरूवार को राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत केन्द्र बंद हड़ताल करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने कर्मचारी भवन के पास धरना प्रदर्शन किया गया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल से रैली निकाली जो पेट्रोल पंप, बस स्टैंड होते हुए कलेक्ट्रेेट कार्यालय पहुंची। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने अपनी मांगो का ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर एवं महिला बाल विकास विभाग को सौंपा। धरना स्थल पर सीटू के प्रांतीय उपाध्यक्ष कामरेड डीके दत्ता एवं राज्य समिति सदस्य व संरक्षक कामरेड कुंदन राजपाल ने जिले की आंनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को संबोधित किया। कामरेड कुंदन राजपाल ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के साथ की जा रही द्वेष पूर्ण नीति की आलोचना करते हुए केन्द्र और राज्य सरकार को कार्यकर्ताओं की मांगो को शीघ्र पूरा करने की बात कही। कार्यकारी अध्यक्ष सुशीला मेहरा ने आंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए अपने हक अधिकारों को लेकर एकजूटर होकर संघष करने की बात कही।
यूनियन की यह है प्रमुख मांग
45 वे भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू कर श्रमिक का दर्जा, न्यूनतम वेतन, भविष्य निधि पेंशन, सेवा निवृत्ति पर 10 हजार रूप पेंशन, ग्रेच्युटी सहित सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए, श्रम कानूनों में मजदूर-कर्मचारी विरोधी संसोधन वापस लिया जाए, सभी श्रम कानूनों का लाभ आंगनवाड़ी कर्मियों को दिया जाए, सार्वजनिक उद्योगो का निजीकरण का निर्णय वापस लिया जाए, केन्द्रीय बजट में आईसीडीएस के लिए पर्याप्त बजट आवंटित किया जाए, श्रम कानूनों में किए गए मजदूर-कर्मचारी विरोधी संसोधन वापस लिया जाए, आंगनवाड़ी कर्मियों को सभी श्रम कानून का लाभ दिया जाए, सेवा समाप्ति की उम्र पूरे देश में एक समान 65 वर्ष किया जाए,न्यूनतम  वेतन 21 हजार रूपये करने, मिनी आंनगवाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण कार्यकर्ता का दर्जा दिया जाए और पूर्ण केन्द्र के कार्यकर्ताओं के बराबर मानदेय दिया जाए, स्कूल पूर्व शिक्षा को आईसीडीएस में शामिल कर योजना का विस्तार किया जाए, मप्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में की गई कटौती को शीघ्र बहाल कर एरियर्स सहित भुगतान किए जाने, आंगनवाड़ी कर्मियों को अन्य विभागों के कार्य जिसमें निर्वाचन, बीएलो, बीपीएल पात्रता पर्ची सर्वे आदि कार्याे में न लगाए जाने, राज्य सरकार अपने वचन पत्र में की गई घोषण को पूर्ण कर कार्यकर्ताओं को नियमिति किए जाने सहित अन्य मांगे शामिल है। रैली में यूनियन की जिलाध्यक्ष सुनीता राजपाल, कार्यकारी अध्यक्ष सुशीला मेहरा, महासचिव पुष्पा वाईकर, कोषाध्यक्ष संगीता कनाठे, उपाध्यक्ष सविता आर्य, योगिता शिवहरे, सचिव सुनीता तिवारी, इंद्रा भारद्वाज, गीता मालवी, रेखा खाड़े, किरण सराठे, सावित्री आर्य, रूकसाना बानो, मीना ठाकुर, रीना गुप्ता, प्रेमता धुर्वे, उषा नागले, ललिता वर्मा, पिंकी पंडोले, माया नवघरे, दिलवती मर्सकोले, सीता पवार, सुशीला बंजारे, अरूणा आर्य, हेमलता साहू, शहनाज अली, रेखा बघेल, रजनी उईके सहित जिले की लगभग 1200 कार्यकर्ता, सहायिकाएं उपस्थित थी।