न्याय के लिये दर-दर भटक रहा है दलित कर्मचारी
आर डी पाटिल ꫰बैतूल꫰
बैतूल। ताप्ती वन परिक्षेत्र कार्यालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ रहे एक कर्मचारी ने अपने उच्चाधिकारियों की पड़ताड़ना से तंग आकर पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। प्रताड़ित दलित कर्मचारी न्याय पाने के लिए गत 6 माह से अपने उच्चाधिकारियों से जुझ रहा है। कभी अपने उच्चाधिकारियों तो कभी पुलिस प्रशासन के पास जाकर न्याय मांग रहा है किंतु आज तक इस कर्मचारी को न्याय नहीं मिला उल्टे इस दलित कर्मचारी को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। सारा मामला वन महकमे से जुड़ा हुआ है। जिले के दक्षिण वन मंडल की ताप्ती रेंज में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ रहे कर्मचारी अर्जुन सावे से जुड़ा है। अर्जुन सावे ने पुलिस प्रशासन को प्रस्तुत किये शपथ पत्र में विभाग के पांच अधिकारियों के विरूद्ध प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाकर उसके विरूद्ध दलित उत्पीड़न अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। दलित कर्मचारी सावे ने ताप्ती रेंज परिक्षेत्र में पदस्थ परिक्षेत्र अधिकारी विजय करण वर्मा, विरेन्द्र बहादुर सिंह ठाकुर, परिक्षेत्र सहायक सेहरा, देवेन्द्र परिहार, परिक्षेत्र सहायका महुंपानी, अनिरूद्ध सिंह चौहान परिक्षेत्र सहायक खेड़ी एवं मनोज कुमार मौरे परिक्षेत्र सहायक केरपानी पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली-ग्लौच एवं मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है। श्री सावे ने प्रताड़ित करने वाले सभी अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। 20 नवम्बर 2019 को दिए शपथ पत्र पर आज तक पुलिस प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की है। अर्जुन सावे ने बताया कि उनसे फर्जी बिल वाउचर बिना काम मजदूरी का भुगतान कराए जाने का विरोध किए जाने पर उपरोक्त उच्चाधिकारियों के द्वारा उन्हें बंधक बनाकर कपड़े उतारकर मारपीट की गई। साथ ही जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया गया। इन आरोपों के अलावा भी उक्त दलित कर्मचारी ने सभी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार किये जाने के कई गंभीर आरोप लगाए है। किंतु अधिकारी कर्मचारी की दबंगई के चलते कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इधर न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे इस कर्मचारी ने अपने सामाजिक संगठनों से मदद की अपील की है।
इनका कहन है
इस प्रकरण की जानकारी मुझे नहीं है फाईल देखकर ही कुछ बता पाऊंगा।
उत्तर वन मंडल बैतूल
पुनित गोयल