ताप्ती रेंज में हो रहा फर्जी बिलो का भुगतान
बैतूल कीआवाज
बैतूल। भ्रष्टाचार होने के मामले आए दिन समाचार पत्रों की सुर्खियां बनते रहे है। कुछ इसी तरह का एक मामला ताप्ती परिक्षेत्र का सामने आया है। जिसमें धड़ल्ले से बिना काम किये मजदूरों के नाम पर फर्जी बिल बनाकर भुगतान किया जा रहा है। यह सिलसिला विगत 2012 से बदस्तुर जारी है। पिछले 8 वर्षो में करोड़ो रूपए की राशि वनाधिकारियों द्वारा फर्जी बिलों के माध्यम से डकारे जा चुके है और अब भी यह सिलसिला रूका नहीं है। बल्कि कर्मचारी अधिकारी और बेखौफ होकर इस सिलसिले को आगे बढ़ा रहे है। अधिकारी स्वयं अपने रिश्तेदारों के नाम से मजदूरी का भुगतान कर रहे है। सूत्रों के अनुसार तेंदू पत्ता प्रबंधक की पुत्री एक कार्यालय में पदस्थ लिपिक की पुत्री के नाम से मजदूरों का भुगतान किया गया है। वहीं वन रक्षक ने तो अपनी पत्नी को ही मजदूर बताकर उसके नाम से मजदूरी राशि निकाल ली। कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी की पत्नी, बच्चे और कुछ ग्रामीणों के नाम से भुगतान किया जाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। कुछ अधिकारियों ने तो अपने भतीजों के नाम से ही बिलो का भुगतान करा लिया है। खासतौर पर सेहरा एवं महुंपानी सर्किल में भ्रष्टाचार के बहुत की गंभीर मामले सामने आए है। 2012 से चल रहे इस तरह के अनियमितताओं को जांच करने वाले करवाने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है। सूत्रों की माने तो दक्षिण वन मंडल इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। पूर्व में भी इसी तरह का भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत ताप्ती रेंज में पदस्थ रहे कम्प्यूटर ऑपरेटर अर्जुन सावे ने भी अपने शपथ पत्र के माध्यम से आरोप लगाए है जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। दक्षिण वन मंडल में भ्रष्टाचार की जड़े इतन