बैतूल की आवाज ꫰आर डी पाटिल
राष्ट्रीय मानवअधिकार आयोग जायेगै अर्जुन
मामला ताप्ती वनपरिक्क्षैत्र भरटाचार का
बैतूल की आवाज ꫰बैतूल꫰ जिले के दक्षिण वन मंडल इन दिनों सागौन की अवैध कटाई एवं ताप्ती रेंज में फर्जीवाड़े को लेकर सुर्खियों में है। आए दिन दक्षिण वन मंडल समाचार पत्रों की सुर्खिया बन रहे है। बावजूद इसके विभाग के आला अधिकारी कान में रूई ठूस कर बैठे है। कार्यवाही किया जाना तो दूर की बात है वन क्षेत्र में जाकर निरीक्षण करने की जहमत तक उठाना मुनासीब नहीं समझ रहे है। वन क्षेत्र में हो रही सागौन की अवैध कटाई एवं भ्रष्टाचार किये जाने की शिकायत के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं किया जाना अनेक सवाल खड़े करता है। पूर्व में ताप्ती रेंज में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ कर्मचारी अर्जुन अपने उच्चाधिकारियों का शपथ पत्र देकर ताप्ती रेंज में पदस्थ रेंजर एवं डिप्टी रेंजर पर फर्जी बिल बाउचरों के माध्यम से किये गए भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए है,किंतु आज तक उसकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उल्टे उसे ही प्रताड़ित कर नौकरी से निकाल दिया गया। उक्त प्रताड़ित कर्मचारी ने अब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में जाने का मन बना लिया है। अर्जुन सावे का कहना है कि उसके कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर रहते हुए ताप्ती रेंज के रेंजर विजय करण वर्मा एवं सर्किलों में पदस्थ कुछ अधिकारी अपने क्षेत्रों में अपने-अपने रिश्तेदारों, चौकीदार के परिवारों एवं परिचितों एवं परिजनों के नाम से फर्जी बिल लगाकर लाखो करोड़ो का चूना लगाया है। उन्होंने अपने शपथ पत्र में नामों का भी उल्लेख किया है जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। दलित ब्रादरी से तालूख रखने वाले इस कर्मचारी ने उसे प्रताडित किये जाने की लिखित शिकायत पुलिस प्रशासन को की है। शिकायत की जांच पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही है।
कछुआ की चाल से चल रही जांच कब तक पूर्ण होगी यह तो पुलिस प्रशासन की बता पाएगा,किंतु सच यह है कि इस पूरे प्रकरण को दबाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने अपना पूरा जोर लगा रखा है।