सहकारी समिति कर रही आर्थिक गड़बड़ी अधिवक्ता ने प्रेस नोट जारी कर लगाए गंभीर आरोप

सहकारी समिति कर रही आर्थिक गड़बड़ी
अधिवक्ता ने प्रेस नोट जारी कर लगाए गंभीर आरोप
बैतूल। किसानों के केसीसी खाते में आने वाली शासन की योजनाओं की राशि में जिले की सहकारी समितियों द्वारा भारी गड़बड़ी की जा रही है। सहकारी समिति द्वारा किसानों की केसीसी पासबुक में उनका खाता नंबर अंकित नहीं कर किसानों को मिलने वाली फसल बीमा व अन्य योजनाओं की राशि में सीधा भ्रष्टाचार किया जाता है। यह आरोप अधिवक्ता दिनेश यादव ने लगाते हुए जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि ऐसा ही एक मामला ग्राम खेड़ला का है, जिसमें गांव के ही किसान सदाशिव टिकमे के खाते में गड़बड़ी की बात सामने आई है। किसान को फसल बीमा कंपनी द्वारा 1 लाख 64 हजार 853 स्वीकृत किए गए, लेकिन उसके खाते में सिर्फ 84 हजार 529 रूपए ही जमा किए गए और इस प्रकार 80 हजार 326 रूपए का गबन किया गया। अधिवक्ता दिनेश यादव ने बताया कि शासन द्वारा किसानों के लाभार्थ सभी योजनाओं की राशि सीधे उनके केसीसी खाते में जमा की जाती है, जो कि बैंकिंग नियमों के अनुसार गंभीर अपराध है। किसान को खरीफ 2017 के लिए बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित गणना के अनुसार 164853 स्वीकृत कर किसान के केसीसी खाते में जमा किए गए। किसान के पास उसका केसीसी खात नंबर नहीं था, सहकारी समिति द्वारा बिना किसान की सहमति के फसल बीमा राशि निकालकर 84529 उसके बचत खाते में जमा कर शेष राशि का गबन कर ली। इस प्रकार की शिकायतें अधिकांश किसानों की है जो कि सहकारी समितियों के केसीसी धारक सदस्य है। मगर उनकी पासबूक में सहकारी समिति द्वारा खाता नंबर अंकित नहीं किया जाता है, जिससे सरकार की योजनाओं से मिलने वाली राशियों की जानकारी किसान को नहीं हो पाती है। किसान द्वारा जिला उपभोक्ता फोरम में इस संबंध में शिकायत की गई है।