आडिट में पकड़ में आई एक दर्जन रजिस्ट्री में गड़बड़ी



आडिट में पकड़ में आई एक दर्जन रजिस्ट्री में गड़बड़ी


- सोमवार को आईजी स्टाम्प के इंटरनल ऑडिटर ने दी दबिश


बैतूल । सम्पत्ति पंजीयन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है। इस गड़बड़ी की भनक लगते ही आई जी स्टाम्प की इंटरनल आडिट टीम ने सोमवार को उपपंजीयक बैतूल कार्यालय में आकर दस्तावेज खंगाले। जिन दस्तावेजों में जानबूझकर गड़बड़ी का क्लू मिला था, उनका हर स्तर पर परीक्षण किया है।
 बताया गया कि करीब एक दर्जन दस्तावेज ऐसे पाए गए जिनमे भारी गोलमाल हो सकता है। चूंकि कोई अभी आडिट आपत्ति को लेकर कुछ नही बोलने को तैयार नहीं है। इसलिए यह खुलासा नहीं हो पा रहा कि किस किस के दस्तावेज में किस तरह का गोलमाल है। इसलिए आडिट आपत्तियों को लेकर कई मुँह और कई बातें सुनाई दे रहे हैं।


- स्टाम्प चोरी तो कन्फ़र्म है,पर कितनी यह स्पष्ट नही...
जो आडिट के सिस्टम को जानते समझते है उनका कहना है कि इस तरह के इंटरनल आडिट में स्टाम्प की चोरी तो कन्फ़र्म पकड़ में आती है। अब देखना यह है कि जिन एक दर्जन दस्तावेजों पर आपत्तियां ली गई, उनमें यह चोरी कितनी है और किस तरह की है। सामान्य तौर पर बड़ी चोरी में ही ऑडिटर अपनी आपत्ति लगाते हैं।


- प्रबंधन की जमीन का भी हो सकता है मसला..
जानकारों को यह भी सन्देह है कि बैतूल में जिस तरह से भर्राशाही मची हुई थी और प्रबंधन की जमीन तक मे पंजीयन किया जा रहा है। वह भी इस आडिट का मसला हो सकता है। उनका कहना है कि यह बेहद गम्भीर और विस्तृत जांच का मसला है इसलिए सही तस्वीर आडिट आपत्ति सामने आने के बाद क्लियर होगी। इसलिए यह आपत्तियां सार्वजनिक होना चाहिए।


- प्रबंधन की जमीन पर एक सुर नही, अलग अलग बयान...
प्रबंधन की जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो सकती यह सभी मान रहे हैं। इसके बाद भी प्रबंधन की जमीन में रजिस्ट्रियां हुई है। जब तक विस्तृत परीक्षण एसडीएम नही करवाएंगे तब तक यह खेल चलता रहेगा, जबकि यह गम्भीर मामला है, इसमें दस्तावेज में गड़बड़ी भी हो सकती है।


- अब मामले में यह है उठ रहे सवाल ...
1. क्या आडिट रूटीन था या किसी शिकायत के आधार पर था?
2. क्या इस आडिट में जो गड़बड़ी पकड़ी गई, उसमे पंजीयन करने वाले अफसर की जिम्मेदारी तय होगी?
3. क्या प्रबंधन की जमीन की रजिस्ट्री होना पाए जाने पर क्या उप पंजीयक पर कोई कार्रवाई होगी?
4. क्या ऑडिटर दस्तावेज को लेकर आपत्ति की जानकारी किसी भी रूप में तत्काल नहीं देते, या कोई सवाल नही करते?
5. क्या गौठान, टिकारी की रजिस्ट्री का कोई परीक्षण जिला पंजीयक ने किया?


- इनका कहना
ऑडिटर अपनी रिपोर्ट बाद में ही अपनी टीप के साथ भेजते है, अभी बताना सम्भव नही की कितने दस्तावेज में आपत्ति है।
    -सतीश धुर्वे, उप पंजीयक, बैतूल  


आडिट चलता रहता है। अभी आपत्ति मेरे पास नही आई है। जब आयेगी तब देखेंगे। खसरा कृषि भूमि में करंट का लगता, बाकी में जरूरी नहीं।
- दिनेश कौसले, पंजीयक, बैतूल